UNITED NATIONS EDUCATIONAL,SCIENTIFIC &CULTURAL
यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन)
¤ परिचय
¤ यूनेस्को के उद्देश्य
¤ यूनेस्को की संरचना
¤ यूनेस्को के कार्य
¤ यूनेस्को की कमजोरियां अथवा आलोचना
¤ निष्कर्ष
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UNITED NATIONS EDUCATIONAL, SCIENTIFIC & CULTURAL ORGANISATION |
Full Form of UNESCO = UNITED NATIONS EDUCATIONAL,SCIENTIFIC &CULTURAL
यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन)
गठन = 16 नवंबर 1945
प्रथम सम्मेलन = लंदन (कुल सदस्य 44)
पूर्ण निर्माण = 4 नवंबर 1946
मुख्यालय = पैरिस फ्रांस
महानिदेशक = आंद्रे एंजोले
भारत द्वारा यूनेस्को की सदस्यता = सन 1946 में प्राप्त की गई
परिचय
यूनेस्को संयुक्त राष्ट्र संघ की एक विशेष संस्था है। यूनेस्को ECOSOC की उप संस्था है। इसका मुख्यालय पैरिस (फ्रांस) मे है । वर्तमान समय में इसके सदस्य देशों की संख्या 193 है और 11 सहयोगी देश है। भूतकाल में इसके सदस्य देशों की संख्या 195 थी परंतु वर्तमान में अमेरिका और इजरायल इसके सदस्य देश नहीं है। यूनेस्को शैक्षिक , वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन विभिन्न संस्कृतियों और लोगों के बीच सामुदायिक सांसद मूल्यों के लिए सम्मान पर आधारित बातचीत के लिए वातावरण तैयार करता है। इस बातचीत द्वारा विश्व में पारस्परिक सम्मान और गरीबी उन्मूलन कारण किया जा सकता है। यूनेस्को विज्ञान संस्कृति संचार तथा सूचना की अनुशंसा हो के उद्देश्यों की पूर्ति में अहम योगदान करती है।
यूनेस्को के उद्देश्य
☆ सामाजिक और नैतिक चुनौतियों का समाधान करना।
☆ सूचना और संचार के माध्यम से समावेशी ज्ञान सोसाइटी का निर्माण करना।
☆ सांस्कृतिक विविधता अतः सांस्कृतिक बातचीत और शांति को बढ़ावा देना।
☆ धारणीय विकास के लिए नीति और विज्ञान की जानकारी को गतिशील बनाना ।
☆ गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त करवाना।
यूनेस्को की संरचना
यूनेस्को की संरचना में मुख्य रूप से तीन अंग शामिल है :-
यूनेस्को के तीन अंग
■ महासम्मेलन
■ कार्यकारी बोर्ड
■ सचिवालय
महासम्मेलन = महासम्मेलन में सभी सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व किया जाता है। बजट को मंजूरी देने का कार्य किया जाता है। महासम्मेलन में महानिदेशक का चुनाव किया जाता है। इसका आयोजन प्रत्येक 2 वर्ष के पश्चात किया जाता है ।
कार्यकारी बोर्ड = यूनेस्को के द्वितीय अंग कार्यकारी बोर्ड के अंतर्गत 58 सदस्य होते हैं । इनका निर्वाचन 4 वर्ष के लिए किया जाता है प्रत्येक वर्ष में 3 बार कार्यकारी बोर्ड का सत्र होता है कार्यकारी बोर्ड ने सम्मेलन के लिए एजेंडा तैयार किया जाता है तथा महानिदेशक का नामांकन किया जाता है।
सचिवालय= यूनेस्को की गतिविधियों पर नियमित रिपोर्ट तैयार करना सचिवालय का सर्वोपरि कार्य है। बोर्ड के समक्ष कार्य योजनाएं एवं बजट अनुमान प्रस्तुत करना सचिवालय का कार्य है।
यूनेस्को के कार्य
यूनेस्को अपने उद्देश्य एव सिद्धांतों की पूर्ति हेतु विभिन्न कार्य करता है। यूनेस्को के कार्यों द्वारा विश्व भर में शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक रूप से विकास एवं उन्नति संभव हो सकी है। यूनेस्को के कार्य निम्नलिखित है :-
☆अंतर्रष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन।
☆विशिष्ट अध्ययनों का संचालन।
☆तथात्मक सूचनाओं का वितरण।
☆शब्द एवं चित्रों द्वारा विचारों के मुक्त प्रवाह का संवर्धन।
☆ वैज्ञानिक महत्व की पुस्तकों तथा अन्य कलात्मक कृतियों का संरक्षण करना यूनेस्को का कार्य है।
☆ यूनेस्को सदस्य देशों के साथ शैक्षिक वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विकास में भरपूर सहयोग देता है।
☆ यूनेस्को बौद्धिक सहयोग के संवर्धन हेतु अनेक गैर सरकारी संगठनों को वित्तीय सहायता भी प्रदान करता है।
यूनेस्को के शिक्षा संबंधी कार्य
● सभी के लिए मूलभूत शिक्षा उपलब्ध कराता है।
●मूलभूत तक पहुंच का विस्तार करता है ।
●शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करता है।
●शैक्षिक सुविधाओं का आधुनिकीकरण करता है।
● विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान के शिक्षण में सुधार।
प्राकृतिक विज्ञान एवं तकनीकी क्षेत्र के कार्य
●पर्यावरणीय संसाधन हेतु मानव एवं जैव मंडल कार्यक्रम।
●कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में सहयोग हेतु अंत सरकारी सूचना कार्यक्रम।
●जल संसाधनों के प्रबंधन एवं निर्धारण के लिए अंतरराष्ट्रीय जल वैज्ञानिक कार्यक्रम।
संचार क्षेत्र संबंधी कार्य
●यूनेस्को संचार के क्षेत्र में मुख्य प्रभाव का कार्य करता है
● अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बढ़ावा देता है।
सांस्कृतिक क्षेत्र में यूनेस्को के कार्य
●संस्कृति एवं विकास के मध्य संबंध पर शोध करता है।
● विश्व की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है।
●सदस्य देशों को उनके समाज की भौतिक और अभौतिक विरासत के परिरक्षण तथा अध्ययन हेतु सहायता प्रदान करता है।
यूनेस्को की कमजोरियां अथवा आलोचनाएं
यूनेस्को की निम्नलिखित आलोचनाएं अथवा कमजोरियां है:-
1) अत्यधिक उच्च आदर्श= इसकी प्रथम कमजोरी है इसके अत्यधिक उच्च आदर्श इसकी प्रस्तावना में लिखा है मानव मस्तिष्क में शांति की सुरक्षित गढ़ निर्मित करने जैसी बात लिखी गई है। ऐसा उच्च आदर्श केवल कल्पना जगत में ही शोभा देता है व्यवहार में उन्हें क्रियान्वित नहीं किया जा सकता।
2) संविधान की अस्पष्टता = संविधान में यूनेस्को के उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति तथा मानव जाति का सामान्य कल्याण बताए गए हैं। देखा जाए तो संविधान में यूनेस्को के कुछ उद्देश्यों का उल्लेख स्पष्ट होता तो अस्पष्टता की त्रुटि नहीं होती।
3) सदस्य राज्यों के सहयोग की कमी= यूनेस्को के सदस्य राज्यों ने आशा के विपरीत सहयोग दिया था। जितने सहयोग की आशा थी उतना सहयोग नहीं मिला। बहुत ही कम सदस्य देश है जो यूनेस्को के आदर्शों को मानते हैं और उनके द्वारा चलाए गए कार्यक्रमों को बढ़ावा देने में सहयोग करते है ।
4) आर्थिक साधनों का अभाव = यूनेस्को के कार्य और उद्देश्यों के संबंध में उसके पास आर्थिक साधनों की कमी है। सामान्य सभा के चौथे अधिवेशन में ईरान के प्रतिनिधि डॉ अली अकबर ने कहा था कि हमारे उद्देश्य सीमित नहीं है परंतु हमारे साधन सीमित है ऐसा प्रतीत होता है जैसे हाथी को पक्षियों के पिंजरे में बंद कर रहे हो ।
निष्कर्ष
यूनेस्को संयुक्त राष्ट्र संघ का एक महत्वपूर्ण अंग है। यूनेस्को की स्थापना का मकसद दुनिया में शिक्षा और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना तथा उसके स्तर को ऊंचा करना और इसके साथ-साथ विश्व में शांति कायम रखना है । विश्व की सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण करना तथा इतिहास को बनाए रखने में यूनेस्को की भूमिका अत्यंत अहम है।
By Namya katyal
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